Year Ender 2022
भारत की स्टार पीटी उषा जब तक ट्रैक पर रही थीं। उन्होंने बहुत बार भारत के ध्वज का मान अंतराष्ट्रीय स्तर पर खूब बढ़ाया है। अब जब उषा ट्रैक से दूर चल रही हैं। तब भी उन्होंने इस साल यानी 2022 में एक नया इतिहास बनाया हैं। और इस साल आईओए की तस्वीर ही बदल चुकी हैं। और भारत की पीटी उषा IOA की पहली महिला अध्यक्ष बन गई है। पीटी उषा इस पद के लिए नामांकन को भरने वाली एकमात्र दावेदार थीं। और उनकी यह उपलब्धि इस साल के खेल की दुनिया में हुए।
बड़े बदलावों में से एक रही हैं। भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन के 95 वर्ष के इतिहास में आज तक कोई भी महिला इसकी अध्यक्ष नहीं बन सकी थीं। और इतना ही नहीं एक भी एथलीट आईओए के शीर्ष पायदान तक नहीं पहुंचा सका था। लेकिन अब ये स्थिति भी पूरी तरह से बदल चुकी है। इंडियन ओलंपिक संघ की तस्वीर भी अब बदल चुकी है। IOA के संविधान का ड्राफ्ट बन गया है। आईओए के संविधान के इस नए ड्राफ्ट को रिटायर्ड हो चुके जस्टिस एल नागेश्वर राव ने अगस्त 2022 को अंतिम रूप दिया। और इस ड्राफ्ट को रेडी करने के लिए दिल्ली के हाई कोर्ट के मुताबिक की गई। सिफारिशों को मुख्य आधार बनाया था।
आईओए के इस संविधान से आसान हुआ उषा का रास्ता
इसके बाद नए संविधान को अमलीजामा पहनाने के लिए आईओए के साथ भी बहुत से अवसरों पर बात चीत की गई हैं। ऐसा इसलिए भी हुआ हैं। यह ओलंपिक चार्टर के बेसिक के अनुसार ही हो। और ओलंपिक उतार चढ़ाव को भी भी आगे बढ़ाए रखे। आईओए के संशोधित संविधान में कुछ बदलाव भी किए हैं। इंडियन ओलंपिक संघ के संविधान के नए ड्राफ्ट में बहुत से खास भी सुधार किए है।
इन संशोधनों में महिलाओं को प्रशासनिक एवम वोटिंग क्रिया में अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व देने की मांग की है। साथ ही अच्छी योग्यता रखने वाले 8 एथलीटों को आईओए में प्रतिनिधित्व देने की बात नए ड्राफ्ट में की है। उसका ही यह परिणाम है। कि पीटी उषा को आईओए का अध्यक्ष पद मिला गया है। और उनका रास्ता इससे पूरी तरह से साफ हो गया। उषा के आईओए का अध्यक्ष बनने से खेल के प्रशासन में नए युग का प्रारंभ हुआ है। एशिया के खेलों मे बहुत से पदक अपने नाम करने वाली।
1984 के लॉस एंजलिस ओलंपिक गेम्स में 400मीं. की हर्डल दौड़ में नंबर 4 पर रहने वाली 58 साल की पीटी उषा को इलेक्शन के बाद टॉप पद के लिए निर्विरोध चुन लिया गया।। चुनाव उच्चतम न्यायालय से नियुक्त सर्वोच्च न्यायालय के जज नागेश्वर राव की गैर मौजूदगी में पूरा हुआ हैं। पीटी उषा के अध्यक्ष निर्विरोध चयनित किए। जाने से अब आईओए में गुटों की राजनीति की वजह से पैदा हुई। परेशानियां भी समाप्त हो चुकी।
आपको बता दे। कि इंटरनेशनल ओलंपिक समिति ने इस माह में इलेक्शन न कराने की दशा में आईओए को निलंबित करने की चेतावनी दी गई थी। और इन चुनावों को दिसंबर 2021 में ही होना था। पीटी उषा का टॉप पद पर चयन किया जाना। पिछले महीने ही पक्का हो चुका था। क्योंकि वह अध्यक्ष पद के लिए आवेदन करने वाली अकेली प्रत्याशी थीं। और किसी ने भी पीटी उषा का विरोध नहीं किया था।